उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग का बड़ा फैसला अगर कोई एग्जिट पोल दिखाएगा तो होगी 2 साल की सजा और जुर्माना भी देना होगा।
यूपी में एक बहुत बड़ा फैसला देखने को मिला है जैसे कि आप हर चुनाव में देखते होंगे न्यूज़पेपर में या टीवी पर बस यही दिखाते रहते थे कि यह जीतेगा और यह जीतेगा तो चुनाव आयोग ने यूपी के अंदर अब एग्जिट पोल पर बैन लगा दिया है अगर कोई भी अब एग्जिट पोल दिखाएगा तो उसको 2 साल की सजा हो सकती है और उसको जुर्माना भी भरना पड़ सकता है यह बहन जब पहले चरण के चुनाव स्टार्ट हो गए 10 फरवरी से लेकर 7 मार्च तक रहने वाला है।
अखिलेश यादव ने इसके ऊपर आवाज उठाई थी।
हम आपको बताते चलें कुछ दिन पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसकी मांग की थी के जो भी यह ओपिनियन पोल दिखा रहे हैं कृपया इन सभी पर बैन लगा दीजिए इससे मतदान पर बहुत ज्यादा दिक्कत होती है यह लोगों को भटका आते हैं तो चुनाव आयोग से अखिलेश यादव ने यह मांग की थी कि कृपया इन एग्जिट पोल पर बैन लगा दीजिए तो यही सब देखते हुए और भी पार्टी के लोग इसकी मांग करने लगे। वैसे भी आप लोगों को मालूम होगा चुनाव आयोग इसको लेकर शुरू से ही बहुत ज्यादा सख्त रहता है कोई भी अगर टीवी पर या न्यूज़पेपर वगैरह में ओपिनियन पोल दिखाता है तो चुनाव आयोग इसकी निंदा करता है ऐसे में नियम को देखते हुए पहले चरण की वोटिंग से लेकर आखिरी चरण की वोटिंग तक यूपी में अब कोई भी एग्जिट पोल नहीं दिखा पाएगा।
निर्वाचन आयोग हमेशा एग्जिट पोल पर सख्त रहा है।
जैसा कि आपको मालूम है चुनाव आयोग हमेशा ओपिनियन पोल पर सख्त रहा है पहले भी बहुत बार चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल पर रोक लगाने की कोशिश की थी पर वह पहले ऐसा नहीं कर पाए थे पर इस बार यूपी में इसके ऊपर बहुत ज्यादा आवाज उठ रही थी तो यही देखते हुए सभी ने जो भी अधिकारी थे एक मीटिंग की और फिर यूपी के जो मुख्य चुनाव अधिकारी हैं अजय कुमार शुक्ला तो उन्होंने एक बयान जारी किया की एग्जिट पोल पर कोई भी अब किसी को ऊपर नीचे नहीं दिखाएगा अब हम ओपिनियन पोल पर बैन लगाते हैं कोई भी किसी भी तरह का ओपिनियन पोल कहीं नहीं दिखाएगा ना तो एग्जिट पोल प्रिंट मीडिया के जरिए आप आ जाएगा और ना ही कहीं पर भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर इस को दिखाया जायेगा जो भी इस नियम को पालन नहीं करेगा उसको बहुत भारी जुर्माना भरना पड़ेगा और उसको 2 साल की सजा भी हो सकती है और यह जब इलेक्शन शुरु होंगे उस दिन से लेकर सुबह के 10:00 बजे से लेकर जब वोट खुल जाएगी शाम के 7:00 बजे तक बेन ही रहेगा कोई भी कहीं भी ओपिनियन पोल नहीं दिखाएगा अगर कोई इन नियमों का पालन नहीं करता है तो वह इसका जिम्मेदार खुद होगा और उसको सजा भी काटनी होगी और जुर्माना भी देना होगा।
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सपा पार्टी से टिकट नहीं मिलने की वजह से यह पूर्व विधायक कर रोए थे और अब इन्होंने एक बड़ा कदम उठाया है।
हम आपको बता दें बीते बुधवार की शाम में सिधौली में कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद पूर्व विधायक रह चुके मनीष रावत जमकर रोए थे तो इनका रोने का कारण क्या था हम आपको बता दें 1 दिन पहले समाजवादी पार्टी में इनका टिकट काट दिया था तो यह इसी को लेकर बहुत ज्यादा दुखी हुए और इन्होंने अपने आंसू रोक नहीं पाए और यह अपने समर्थकों के सामने ही फूट-फूट कर रोने लगे और अब इन्होंने एक बड़ा कदम उठा लिया है हम आपको बता दें मनीष रावत आज भाजपा में शामिल हो गए हैं प्रदेश के अध्यक्ष भाजपा प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज लखनऊ में मनीष रावत को पार्टी की सदस्यता दिलाई अब मनीष रावत ऐसा लग रहा है चुनाव लड़ सकते हैं क्योंकि लोग उम्मीद लगा रहे हैं बीजेपी मनीष रावत को सीतापुर जिले की सिधौली सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित कर सकती है बहुत ही लंबे समय से सिधौली सीट से मनीष रावत अपनी दावेदारी जता रहे थे कि मुझे समाजवादी पार्टी से टिकट मिल ही जाएगा पर एंड मौके पर आकर समाजवादी पार्टी ने मनीष रावत का टिकट कट कर दिया इसी को लेकर उन्होंने यह कदम उठाया अब यह भाजपा में शामिल हो गए।
मनीष रावत 2012 में सपा सरकार से सिंधौली की सीट पर एक बार विधायक भी रह चुके हैं हम आपको बता दें मनीष रावत बीजेपी का दामन थामने वाले पहले सांसद रह चुकी सुशीला सरोज के दामाद भी है।
एक यह नेता भी भाजपा में शामिल हो गया है।
हम आपको बता दें बहुजन समाज पार्टी से नेता रह चुके मंत्री रंगनाथ मिश्र ने भी शनिवार की शाम में भाजपा का दामन धाम लिया है भदोही जिले की ओराई सीट से पहले विधायक रह चुके मिश्र ने कहा कि भाजपा सरकार का मुझे कार्य बहुत पसंद आया है उन्हों की सभी कलाकारी नीतियों से मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं तो यही सब देखते हुए मैंने भाजपा का दामन थाम लिया है 2012 में सत्ता से विमल होने के बाद बसपा अपने उसूलों से भटकती चली गई इसी को देखते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग सामान्य वर्ग और दलित खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है तो यही सब देखते हुए मुझे भी लगा अब हमारा काम कुछ नहीं है अब हमें बसपा में रुकने से कुछ नहीं हो सकता हमें भाजपा का दामन थाम लेना चाहिए तो यही सब देखते हुए मैं भाजपा में शामिल हो गया हूं।
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