दुनिया में प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर 92 वर्ष की आयु में इस दुनिया से अलविदा कह गई हम आपको बता दें लता मंगेशकर की कुछ समय से ज्यादा तबीयत खराब चल रही थी जिसको देखते हुए उन्हें एक ब्रिज कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया उनको 8 जनवरी को करोना पॉजिटिव भी आया था जब उनका इलाज चल रहा था तो डॉक्टरों को पता चला कि उन्हें करोना वायरस के साथ-साथ निमोनिया भी है अंत में आगे उन्होंने इस दुनिया से अलविदा कह दिया क्योंकि एक तो उनकी उम्र इतनी ज्यादा हो रही थी और ऊपर से करोना की चपेट में आने के साथ-साथ निमोनिया की चपेट में भी आ गई थी जिसको वह सहन नहीं कर पाई और उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई और वह 6-2-2022 को इस दुनिया से अलविदा कह गई।
अपनी सुशील आवाज से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध लता दीदी के नाम से मशहूर लता मंगेशकर मंगेशकर को करो ना की वजह से 8 जनवरी को ब्रिज कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था उसी दौरान इलाज करते हुए डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें करोना के साथ-साथ निमोनिया भी है लता दीदी का 1 महीने तक इलाज चलता रहा 6 जनवरी के दिन उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई थी तो डॉक्टरों ने बोल दिया कि अब लता दी इस दुनिया में नहीं रही उनके निधन की जानकारी उनकी बहन ने दी थी उन्होंने बताया कि लता दी अब इस दुनिया में नहीं रहे रही।
अस्पताल में जाने के बाद उनकी हालत में सुधार हो गया था।
लता मंगेशकर का इलाज कर रहे प्रतीक समझाने डॉक्टर एक इंटरव्यू में बताते हैं कि जैसे हम हेल्थ अपडेट देते रहते हैं तो हमने देखा के लता दीदी को करुणा के हल के लक्षण है जब यह हॉस्पिटल में आई थी तो कर इनके इनको करो ना के हल के लक्षण थे हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बाद कुछ दिनों में लता दी की तबीयत में सुधार भी हो गया था पर बीते कुछ दिनों से उनकी सेहत बिगड़ने लगी थी जिसको देखते हुए उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा था जबसे लता दी वेंटिलेटर पर थी सभी लोग उनके लिए दुआ कर रहे थे सभी फैंस उनकी सेहत के लिए दुआ कर रहे थे और सभी लोग बहुत डरे हुए भी थे और जैसे कि आप उनका निधन हो गया है चारों तरफ यही खबर चल रही है पूरे देश में इसका दुख देखा जा सकता है हर कोई उदास है क्योंकि लता दी हर किसी के दिलों पर राज करती थी।
लता मंगेशकर का निधन कैसे हुआ आओ जानते हैं?
डॉक्टरों की दी गई जानकारी से हमें पता चला है लता दीदी की मृत्यु मल्टीपल ऑर्गन फैलियर की वजह से हुई है यह एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसमें मरीज के पूरे शरीर का खून सरकुलेशन बिगड़ जाता है इससे इंसान के पूरे शरीर पर सूजन आने लगती है और पूरे शरीर पर खून के धब्बे भी बनने लगते हैं जिसमें शरीर के सभी अंगों को पूरी तरह से ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाते हैं और यही नहीं है इनके अलावा इसके लक्षणों में पहले 24 घंटों के लिए लो ग्रेड फीवर शामिल है और इतना ही नहीं 24 से 72 घंटों के अंदर अंदर जो हमारे फेफड़े होते हैं उनकी विफलता स्टार्ट हो जाती है और इसके बाद बेक्टीरिया ओर सात ही किडनी और आंतों को यकृत की विफलता भी हो सकती है। लता दीदी की बढ़ती उम्र और बहुत ही स्वास्थ्य समस्याएं उनको बहुत ज्यादा परेशान कर रही थी पर उन्होंने 92 साल की एज में भी सभी समस्याओं का सामना किया है पर करोना वायरस उनके ऊपर ज्यादा हैवी हो गया और उनको नहीं पता वह करो ना वायरस और निमोनिया का एक साथ में सामना नहीं कर पाए लता दीदी को 8 जनवरी यानी अब से 1 महीने पहले करो ना पॉजिटिव पाए जाने के दौरान मुंबई में एक हॉस्पिटल ब्रिज कैंडी नाम के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था हमें यह भी सुनने में आ रहा है जब से करो ना वायरस चला है उनकी पहले भी तबीयत खराब हुई थी इसी दौरान में 2 सालों से घर से भी नहीं निकल रही थी और यह भी बताया जा रहा है उनको करो ना वायरस बाहर निकलने की वजह से नहीं बल्कि उनके घर में ही रहने से हुआ है उनके घर पर काम करने वाले किसी स्टाफ के अंदर करो ना पॉजिटिव पाया गया था जिसके बाद दीदी भी करोना की चपेट में आ गई और अब वह इस दुनिया से रुखसत हो गई।
लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार कहाँ हुआ?
पूरी दुनिया में अपनी आवाज से मशहूर लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में हुआ था और उनके अंतिम संस्कार में मनोरंजन जगत से लेकर राजनीति जगत तक के सभी बड़े बड़े लोग शामिल हुए थे और सभी ने उनको श्रद्धांजलि दी बहुत से लोगों ने घर से ही श्रद्धांजलि दी।
बड़े बड़े ऐक्टर ओर राजनेता भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में भारत के प्रधानमंत्री से लेकर बॉलीवुड के सभी एक्टर्स भी मौजूद रहे जैसे के बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान भी मौजूद रहे और उनकी मैनेजर पूजा ददलानी भी उनके साथ पहुंची थी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनको श्रद्धांजलि देने मुंबई पहुंचे थे और भी बहुत से एक्टर जैसे श्रद्धा कपूर और अमिताभ बच्चन और भी बहुत से बड़े बड़े एक्टर और राजनेता उनको श्रद्धांजलि देने शिवाजी पार्क में पहुंचे थे।
शाहरुख़ खान को लेकर देश में क्या viral हो रहा है?
लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार में पहुंचे बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरूख खान अपनी मैनेजर पूजा ददलानी के साथ पहुंचे थे इस दौरान वह अंतिम संस्कार में मौजूद रहे उनको लेकर एक फोटो ओर वीडियो बहुत ज्यादा चर्चा में आने लगा हम आपको बता दें अंतिम संस्कार में पहुंचे शाहरुख खान और उनकी मैनेजर पूजा ददलानी अंतिम संस्कार में लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दे रही थे एक तरफ तो शाहरुख खान लता मंगेशकर के लिए हाथ फैला कर दुआ कर रहे थे और दूसरी तरफ देखा जा सकता है उनकी मैनेजर पूजा हाथ जोड़कर खड़ी हुई थी तो यह फोटो भी बहुत ज्यादा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और हम आपको वीडियो के बारे में भी बताते हैं जब श्रद्धांजलि दे रहे थे जैसे के शाहरुख खान तो दुआ कर रहे थे और पूजा ददलानी हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रही थी तो जैसे ही शाहरुख खान ने दुआ पूरी की तो उन्होंने लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर पर फूंक मारी तो इस फोटो को कुछ नफरती लोगो ने थूकना बताने लगे जिसको लेकर बहुत चर्चाएं होने लगी उन नफ़रती लोगों ने इस वीडियो को उल्टे तरीके से वायरल किया और जो नफरती लोगों को सपोर्ट करते हैं उन नफरती सपोर्टरो ने भी इस वीडियो को गलत तरीके से वायरल किया जिसको लेकर यह वीडियो और फोटो बहुत वायरल हो गया।
आख़िर थूकने की सच्चाई क्या है?
चलो हम इसकी सच्चाई जानते हैं आखिर इस वीडियो की सच्चाई क्या है शाहरुख खान इस वीडियो में क्या कर रहे थे शाहरुख खान के इस वीडियो को सोशल मीडिया पर खूब जमकर वायरल किया गया कुछ नफरत करने वाले लोगों ने इसको उल्टे तरीके से वायरल किया ताकि लोगों में नफरत ज्यादा बड़े शाहरुख खान ने लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर पर थूका नहीं था दरअसल यह एक इस्लाम का हिस्सा होता है इस्लाम में जब कोई दुआ करता है या कोई किसी से दुआ करवाता है जब वह दुआ पूरी हो जाती है तो सभी लोग अधिकतर फूंक मारा करते हैं जैसे कि हम आपको बता देते हैं मस्जिदों या दरगाह पर बहुत से ऐसे दृश्य देखने को मिलते हैं बहुत से मां बाप अपने बच्चों के लिए मुफ्ती मौलानाओं के पास जाते हैं अगर उनको कोई समस्या होती है जैसे बुरी आत्मा का असर या उनके ऊपर कोई बीमारी हो या कुछ भी हो तो वह दुआ करवाते हैं तो वह मौलाना और मुक्ति अक्सर उनके लिए दुआ करते हैं और दुआ करने के बाद उनके ऊपर फूंक मारते हैं इस्लाम में यह सब किया जाता है फूंक मारना कोई गलत नहीं है बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो आपस में लोगों को मजहब के नाम से लड़वातें हैं वह अक्सर इस चीज को थूकना बोलते हैं तो आप लोग भी ऐसे नफरती लोगों से बचकर रहें और प्यार मोहब्बत से आपस में मिलजुल कर रहे।
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